प्रदूषण के खिलाफ दिल्ली सरकार खड़ा करेगी जन आंदोलन, हर साल 40 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य

 


प्रदूषण के खिलाफ दिल्ली सरकार खड़ा करेगी जन आंदोलन, हर साल 40 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य



सार



  • पर्यावरण विभाग संभालने के बाद विभागीय अधिकारियों के साथ मंत्री गोपाल राय ने की समीक्षा बैठक, रणनीति तैयार करने पर हुई चर्चा

  • सरकार के दम पर नहीं, जन आंदोलन से साफ होगी हवा

  • -अगले दस दिनों तक वायु प्रदूषण से निपटने की कार्य योजना तैयार करने पर रहेगा मंत्री का फोकस



 

विस्तार


दिल्ली सरकार का मानना है कि राजधानी का वायु प्रदूषण सरकार के दम पर खत्म नहीं हो सकता। इसके लिए जन आंदोलन खड़ा करना पड़ेगा। इसकी कार्ययोजना तैयार करने के लिए सरकार 27 फरवरी को इस क्षेत्र के विशेषज्ञों व विभागीय अधिकारियों के साथ एक दिवसीय राउंड टेबल कांफ्रेंस करने जा रही है। सरकार का दावा है कि अगले पांच साल में इसमें एक तिहाई की कमी लाएगी। इसको लेकर दिल्ली में हर साल 40 लाख पौधे लगाए जाएंगे।


 

बृहस्पतिवार को बतौर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पहली समीक्षा बैठक में की। बैठक में मंत्री ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए रीयल टाइम डाटा बैंक तैयार करने पर जोर दिया, जिसके बगैर कारगर योजना तैयार करना मुमकिन नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि वाशिंगटन विश्वविद्यालय के साथ दिल्ली सरकार इससे जुड़े एक प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। अगले महीने से आंकड़े मिलने लगेंगे।

समीक्षा बैठक के बाद गोपाल राय ने बताया कि प्रदूषण से निपटने की कोई योजना तभी कारगर होगी, जब इसे जन आंदोलन बनाया जाए। अकेले सरकार के दम पर पर काम नहीं हो सकता है। इसके लिए 27 फरवरी को एक दिवसीय राउंड टेबल बैठक बुलाई गई है। दूसरी तरफ बैठक में तय किया गया है कि । दिल्ली में हर साल 40 लाख पौधे लगाए जाएंगे इससे पांच साल में इनकी संख्या दो करोड़ होगी। वहीं, मार्च से प्रदूषण का रीयल टाइम डाटा मिलने लगेगा। इससे कारगर रणनीति बन सकेगी।
 



बीते पांच साल में कम हुआ प्रदूषण



गोपाल राय ने बताया कि बैठक में अधिकारियों ने पांच साल के वायु प्रदूषण से जुड़े आंकड़े रखे। इनसे पता चलता है कि पीएम 10 व पीएम 2.5 का स्तर इस बीच घटा है। यही नहीं, दिल्ली के प्रदूषण के 13 हॉट स्पॉट पर भी हवा की गुणवत्ता बेहतर हुई है। इसकी बड़ी वजह 24 घंटे बिजली की सप्लाई, हरियाली में इजाफा, ईस्ट वेस्ट पेरिफेरल वे का निर्माण व दिवाली पर जागरूकता अभियान रहे हैं।

गोपाल राय के मुताबिक, 2014 में पीएम10 की औसत स्तर 324 था। अगले पांच सालों में इसमें लगातार गिरावट आई। 2019 में यह 230 पहुंच गया। दूसरी तरफ इस बीच पीएम 2.5 का स्तर 149 से घटकर 112 हो गया है। सरकार अगले पांच साल में दिल्ली के वायु प्रदूषण के स्तर में एक तिहाई की कमी लाएगी।




शनिवार से सड़क पर निकलेंगे गोपाल राय



गोपाल राय ने बताया कि मेजर ध्यान चंद स्टेडियम में वाशिंगटन विश्वविद्यालय के सहयोग से मॉनीटरिंग केंद्र बनाया गया है। मार्च महीने से इसके आंकड़े मिलने लगेंगे। शनिवार को मंत्री स्टेडिय का दौरा करेंगे। वहीं, 22 फरवरी को वह जल बोर्ड की एसटीपी की असर की निगरानी करेंगे। दूसरी तरफ 27 फरवरी को दिन भर विशेषज्ञों व विभागीय अधिकारियों के साथ जन आंदोलन तैयार करने की कार्ययोजना तैयार करने के लिए बैठक करेंगे।

इस दौरान वायु प्रदूषण से निपटने के लिए काम कर रही मल्टी एजेंसियों के लिए एक प्लेटफार्म तैयार करने की योजना तैयार होगी। गोपाल राय के मुताबिक, अगले पांच साल में दो करोड़ पौधे लगाने हैं। इसके लिए 28 फरवरी को डीडीए, एमसीडी, एनडीएमसी समेत इससे जुड़ी सभी एजेसियों के साथ बैठक होगी। जबकि मार्च महीने में दिल्ली सरकार पड़ोसी राज्यों के साथ इस मसले पर बैठक करने की पहल करेगी।